बटेंगे कटेंग | मारताय चाटा |
फोडताय फाटा | विषयाला |१||
जाती केल्या कोणी प्रथम है सांगा
नका करू दंगा | अशांतीचा ||२|
महाराष्ट्र आहे| विचारांची भूमि |
खूपआले कृमी | तम्हा जैसे|३||
पावर वाढली एकतेची तेव्हा |
घसरोत जि्हा | प्रचाराच्य ४||
चाड तुम्हा नाही | पक्व विचारांची|
गर्दभा गुळाची| चव काय || ५||
वंदना ही माझी| पवार साहेबा|
निपक्ष केलिबा | शिबापाची ||
प्रा शिवाजी पाटील
निर्भंगावलिकार
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,राष्ट्रीय किसान मोर्चा,दिल्ली