अमलनेर प्रतिनिधी, राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान (रूसा) द्वारा वित्तपोषित एवं हिंदी विभाग,प्रताप स्वशासी महाविद्यालय,अमलनेर द्वारा आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय हिंदी कार्यशाला 28 सितंबर2024 को सम्पन्न हुई।
‘हिंदी साहित्य में लिंग संवेदनशीलता’ विषय पर केंद्रित इस कार्यशाला का आरंभ दीपप्रज्वलन तथा माल्यार्पण से हुवा इस आयोजन में विशेष अतिथि एवं बिजभाषक के रूप में प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.जयप्रकाश कर्दम (पूर्व निदेशक,केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान,गृह मंत्रालय,नई दिल्ली,भारत सरकार) उपस्थित थे। प्रो.अजितसिंह जी राणा,(डॉ.बाबासाहबअम्बेडकर विश्व विद्यालय ,अहमदाबाद)कार्यशाला उदघाटक के रूप में उपस्थित रहें.प्रो.के.एस.विश्वकर्मा(क.ब.चौ.उ.म.वि.जलगाँव)मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। स्वागत वक्तव्य प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.अरुण जैन ने प्रस्तुत किया। प्रो.डॉ.शशिकांत सोनवणे ‘सावन’ (मुख्य संयोजक,राष्ट्रीय हिंदी कार्यशाला एवं हिंदी विभागाध्यक्ष,प्रताप स्वशासी महाविद्यालय) ने कार्यशाला का प्रास्ताविक कर,राष्ट्रीय आयोजन का उद्देश्य स्पष्ट किया।
खा.शि.मंडल के श्री.सी ए नीरज अग्रवाल ने अपना अध्यक्षीय वक्तव्य रखा। खानदेश शिक्षा मंडल के सभी सम्माननीय पदाधिकारी तथा महाविद्यालय के प्राध्यापक गण इस आयोजन के उदघाटन सत्र में उपस्थित रहें।
कार्यशाला के अकादमिक सत्र में सत्राध्यक्ष प्राचार्य डॉ.एन.एन.गायकवाड़ (भड़गाँव), विषय-विशेषज्ञ डॉ.मनोज महाजन(जलगाँव)तथा डॉ.प्रीति सोनी (जलगाँव) ने उपस्थित रहकर,अपनी जिम्मेदारी निभाई।
कार्यशाला के पुरस्कार एवं समापन सत्र में सत्राध्यक्ष के रूप डॉ. जयप्रकाश कर्दम ,विषय-विशेषज्ञ प्रो.सुरेश माहेश्वरी (अमलनेर) , मुख्य अतिथि प्रो.संजयकुमार शर्मा (तलोदा) ने अपना उत्तरदायित्व निभाया। सभी वक्ताओं ने देश के प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक समाज तथा साहित्य में प्रचलित लिंग संवेदनशीलता के विविध परिदृश्य सप्रमाण प्रस्तुत किये।
एवंराजभाषा माह के परिप्रेक्ष्य में महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित हिंदी निबंध, हिंदी सामान्यज्ञान, हिंदी शुद्ध लेखन एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं के पुरस्कार विद्यार्थियों को वितरित किये गए।
कार्यशाला का सूत्रसंचालन प्रो.कल्पना पाटील,प्रो.के.जी. कुमावत, डॉ.मस्तान शाह,डॉ.रुपाली चौधरी,एवं प्रा.कैलाश बागुल ने किया।
इस कार्यशाला में क.ब.चौ.उ.म.वि.ज. तथा एस.एन.डी.टी.विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। नैक समन्वयक डॉ.मुकेश भोले,कार्यालयीन अधीक्षक श्री.राकेश नीले,ग्रंथपाल श्री.डी.आर.पाटील,सभी उपप्राचार्य,विभागप्रमुख तथा हिदी विषय के विद्यार्थियों का कार्यशाला की सफलता में मुख्य भूमिका रही।
ईस कार्यशाला में महाविद्यालय के अध्यापक,विभाग के छात्र बडी संख्या में मौजुद थे